तितली के रंगीन परों सी जीवन में सारे रंग भरे चंचलता उसकी आँखों में चपलता उसकी बातों मे थिरक थिरक क

Saturday, January 16, 2021

टीकाकरण



#दोहे
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वैज्ञानिक उपलब्धि से,हर्षित हुआ समाज।
श्रेष्ठ कार्य टीकाकरण,आज हुआ आगाज।।

भूल गए दिन रात को,लिया बड़ा संकल्प।
भारत में टीका बना,समय लिया अति अल्प।।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़े,टीके का यह काम ।
दूर भगाती रोग को,हुआ देश का नाम।।

सूक्ष्म जीव संताप में,टीकाकरण निदान।
सोची समझी नीतियां,पूर्ण करें अभियान।।

भ्रम फैलाते स्वार्थवश,सुने न उनकी बात।
उत्तम है टीकाकरण, नहीं मिले आघात।।


अनिता सुधीर आख्या




10 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (17-01-2021) को   "सीधी करता मार जो, वो होता है वीर"  (चर्चा अंक-3949)    पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    --
    हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ-    
    --
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
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    1. आ0 रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार

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  2. बहुत खूब समसामय‍िक दोहे...प्रतिरोधक क्षमता बढ़े,टीके का यह काम ।
    दूर भगाती रोग को,हुआ देश का नाम।। ...वाह

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  3. उत्तम है टीकाकरण .... सही है ....
    गर्व है हमें देश के वैज्ञानिकों पर ... जय भारत ...

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