तितली के रंगीन परों सी जीवन में सारे रंग भरे चंचलता उसकी आँखों में चपलता उसकी बातों मे थिरक थिरक क

Tuesday, October 19, 2021

शरद पूर्णिमा

 शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं



मंगल


मंगलकारी रात में, हो अमरित बरसात।

शरदपूर्णिमा चाँद से, बहते हृदय प्रपात।।

बहते हृदय प्रपात, शुभ्रता जीवन भरती।

निकट हुए राकेश, धरा आलिंगन करती।।

रखा पात्र में खीर, बना औषधि उपचारी।

सभी कला में पूर्ण,  कलानिधि मंगलकारी।।


अनिता सुधीर आख्या

4 comments:

  1. बहुत सुंदर, सचमुच बहुत ही सुंदर काव्य-रचना। एक-एक शब्द शरद पूर्णिमा का आभास करवाते हुए मन को शीतल कर देता है।

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