तितली के रंगीन परों सी जीवन में सारे रंग भरे चंचलता उसकी आँखों में चपलता उसकी बातों मे थिरक थिरक क

Saturday, November 13, 2021

बाल दिवस विशेष

चित्र गूगल से साभार

कच्ची माटी

नाटिका

*दृश्य  1 *

पार्क का दृश्य 


रमा... क्या जमाना आ गया है ,आजकल के बच्चे जब देखो तब मोबाइल में डूबे रहते हैं ,पता नहीं कैसे पेरेंट्स  हैं जो बच्चों का ध्यान नहीं रखते ,और इतने कम उम्र में ही मोबाइल थमा देते हैं ।

अब देखो पार्क में आयें है तो कुछ खेलने के बजाय

मोबाइल लिए बैठे हैं ।

वीना  ...सच कह रही हो रमा तुम ,एक हम लोगों का समय था कितना हम लोग खेला करते थे कभी खो-खो तो कभी बैडमिंटन और शारीरिक व्यायाम तो खेल-खेल  में ही हो जाता था। उस समय की दोस्ती भी क्या दोस्ती हुआ करती थी।

रमा  ... तुमने तो बचपन की मीठी बातें याद दिला दीं

अरे आओ हम भी अपना बचपन जी लेते  हैं।

वीना  ..  बहुत हो गया ,चलो अब  घर चलो

 रमा ... हर  समय घर घर किये रहती हो ।

अरे चलती हूं मुझे तो कोई चिंता नहीं है

वीना ... क्यों

मेरी बेटियां पढ़ाई के लिए बहुत सिंसियर है ।

 मैं उनको बोल के आई हूँ , वो तो पढ़ाई में व्यस्त होंगी और मुन्नी को बोल कर आई हूँ,वो घर के सारे काम कर रही होगी ।

वीना  ...तेरी तो मौज है ,अब मुझे ही देख  !घर जाकर अभी खाना बनाना फिर बच्चों की पढ़ाई में उनके साथ बैठना ,मेरा तो सारा समय इसमें ही निकल जाता है  ।

अच्छा रमा  क्या तुम मुन्नी को भी पढाती हो  ....

रमा ....मुन्नी को पढ़ा  कर क्या करूंगी ,करना तो उसे यही  काम है ,कौन सा कलेक्टर बनी जा रही महारानी  ।और फिर घर का काम क्या मैं करूंगी?

वीना  ... अरे वो तो मैं ऐसे ही पूछ रही थी 

*दृश्य दो *

रमा का घर 

मुन्नी मुन्नी कहाँ मर गई तू ,देख रही है मैं बाहर से आ रही हूँ तो पानी तो पिला दे 

आई मेमसाब  ..

तू बच्चों के कमरे में क्या कर रही है ?जब देखो वहीं रहती है ,कुछ कामधाम नहीं होता तुझे

वह पढ़ रहे हैं तो उन्हें पढ़ने दे उन्हें क्यों डिस्टर्ब कर रही है  चल अपना काम कर ,कामचोर हो गयी है।

रमा सोचते हुए ,मेरी बेटियां मेरा  गुरूर है कितना पढ़ती है ,न मोबाइल न किसी से  दोस्ती ,ये लोग बहुत  नाम कमाएंगी ।

(थोड़ी देर बाद  रमा )

बड़ा सन्नाटा  लग रहा है देखूँ ये लड़कियां कर क्या रही है 

बेटियां मां के आने की आहट सुन अपनी पढ़ाई में व्यस्त हो जाती हैं और मुन्नी कपड़े तह करने लग गयी। 

रमा  ....कितनी अच्छी बेटियां हैं मेरी 

जब देखो तब यह पढ़ती  ही रहती हैं ।

 मुन्नी तूने अभी तक  कपड़े नहीं तह किये ?  अभी सारा काम पड़ा है ,करती क्या रहती है तू सारा दिन अभी खाना भी बनाना है तुम्हें

*

(दृश्य 3)

 रमा तुम सब लोग अपने-अपने काम करो

 मैं जरा पड़ोस की आंटी के यहां से होकर आती हूं.

 ठीक है मां आराम से जाओ ,और आराम... से आना

 रमा के जाने के बाद बेटियां  फिर से मोबाइल में व्यस्त हो गई और मुन्नी पढ़ाई में ...

मुन्नी  कहां हर समय तू  किताबों में सर खपाती  है आओ तुम्हें मोबाइल में अच्छे-अच्छे गेम दिखाएं.. 

मुन्नी ...अरे नहीं दीदी 

मेम साहब जब बाहर गई हैं तभी मुझे पढ़ने का मौका मिला है ।वह आ जायेंगी तो मुझे उनकी डांट भी खानी पड़ेगी और काम में जुटना होगा होगा।

 मेरी परीक्षा आ रही है तो मुझे जैसे ही अवसर मिलता है मैं अपनी  पढ़ाई कर लेती हूं ।

इस तरह से घर के कामों के साथ मेरी पढ़ाई भी चल रही है ।

पढ़ाई कर लूँगी तभी मेरे जीवन में सुधार आएगा। 

बेटियां मुन्नी की बातेँ सुन हतप्रभ हो सोच रही हैं  

मैं किस को धोखा दे रही हूं 

 एक तरफ मुन्नी है जो मां के जाने के बाद पढ़ाई कर रही है और हम लोग अपना समय व्यर्थ कर रहे हैं ।

माँ पापा इतनी मेहनत करते हैं और स्कूल की फीस ,कोचिंग की फीस ,सभी सुविधाएं देते हैं और  हम लोग मां  को धोखा दे रहे हैं ।

और सही अर्थ में मां को धोखा न देकर  स्वयं को ही  धोखा दे रहे हैं ।

मन ही मन मुन्नी को धन्यवाद देते  हुए 

मुन्नी तुमने तो हम लोगों की आंखें खोल दी और हमें नैतिकता  और शिक्षा का महत्वपूर्ण पाठ समझा दिया । और एक बात मुन्नी हम लोग माँ से तुम्हारी पढ़ाई की बात करेंगे 

मुन्नी के चेहरे पर खुशी और बेटियों को आत्मसंतुष्टि ...

बचपन शिक्षा और नैतिकता के मार्ग पर अग्रसर हो


अनिता सुधीर आख्या



18 comments:

  1. समस्त बालगोपालों के साथ-साथ आपको भी बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपने बहुत अच्छी नाटिका लिखी है जिसका निश्चय ही मंचन एवं फ़िल्मांकन होना चाहिए ताकि यह अधिक-से-अधिक बालक-बालिकाओं एवं उनके अभिभावकों तक पहुंच सके। अभिनंदन आपका।

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  2. अत्यंत उत्कृष्ट एवं शिक्षाप्रदान करती नाटिका 💐💐🙏🏼

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  3. गजब की लिखा आपने बहुत बधाई दी बहुत सुंदर 👌👌👌🙏🙏

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  4. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार
    (14-11-21) को " होते देवउठान से, शुरू सभी शुभ काम"( चर्चा - 4248) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
    --
    कामिनी सिन्हा

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    1. आपका हार्दिक आभार आ0

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  5. बहुत बहुत अद्भुत दृश्य हैं मैम। वाकई पढ़ाई बहुत ज़रूरी है

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  6. अत्यंत उत्कृष्ट, शिक्षाप्रद नाटिका 🙏🙏🙏💐💐

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  7. वर्तमान स्थिति को बयां करती हुई बहुत ही उम्दा और शानदार प्रस्तुति

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    1. हार्दिक आभार मनीषा जी

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    1. आपके मार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार

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  9. उत्कृष्ट नाटिका

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