संत तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं
सवैया
अति लोक लुभावन मानस है,प्रभु राम चरित्र रचे तुलसी।
वह घाट बनारस पावन है,गुणगान सचित्र रचे तुलसी।।
जब मार्ग दिखा हनुमान चले,शुभ ग्रंथ पवित्र रचे तुलसी।
पट द्वार खुले जब मंदिर के,हिय शंकर मित्र कहे तुलसी।।
तुलसी कृत पावन मानस में,जनमानस नायक राम लला।
अवतार लिए हरि विष्णु प्रभो,सरयू सुखदायक राम लला।।
रघुनंदन नाथ सियापति जी,रघुवंश सहायक राम लला।।
जगपालक कोटि प्रणाम तुम्हें,भव कष्ट विनाशक राम लला।।
अनिता सुधीर आख्या
भक्तिभाव से सिक्त ऐसे अनूठे सवैये ! सर्जक की अद्भुत प्रतिभा के परिचायक हैं ये तो ! ऐसी असाधारण प्रतिभा तो दैवकृपा से ही प्राप्त होती है। अभिनन्दन।
ReplyDeleteसादर अभिवादन
Deleteभक्तिभाव से सिक्त ऐसे अनूठे सवैये बधाई देते सबको हौसला बढाते आप भी रहे।
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