motibhavke.blogspot.com
वाह! बहुत सुंदर। कबीर याद आ गए।
सादर आभार
"निर्धन की मुस्कान में मिला ईश का प्यार।"- सत्य वचन।
जी सादर अभिवादन
वाह . रहीम कवि ने भी कहा है ---जो रहीम दीनहि लखै दीनबन्धु सम होय ..
सादर आभार आ0
वाह! बहुत सुंदर। कबीर याद आ गए।
ReplyDeleteसादर आभार
Delete"निर्धन की मुस्कान में मिला ईश का प्यार।"- सत्य वचन।
ReplyDeleteजी सादर अभिवादन
ReplyDeleteवाह . रहीम कवि ने भी कहा है ---जो रहीम दीनहि लखै दीनबन्धु सम होय ..
ReplyDeleteसादर आभार आ0
Delete