काव्य कूची
motibhavke.blogspot.com
तितली के रंगीन परों सी जीवन में सारे रंग भरे चंचलता उसकी आँखों में चपलता उसकी बातों मे थिरक थिरक क
(Move to ...)
Home
▼
Sunday, October 9, 2022
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा की रात में
अमृत बरसता रहा ,
मानसिक प्रवृतियों के द्वंद में
कुविचारों के हाथ
लग गया अमृत ...
अब वो अमर होती जा रहीं हैं...
अनिता
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment