तितली के रंगीन परों सी जीवन में सारे रंग भरे चंचलता उसकी आँखों में चपलता उसकी बातों मे थिरक थिरक क
Wednesday, August 30, 2023
रक्षाबंधन
Wednesday, August 23, 2023
संत तुलसी जयंती
Tuesday, August 22, 2023
वरिष्ठ नागरिक
Wednesday, August 16, 2023
धन
**
तृप्ति क्षुधा धन से कब हो,धनवान करोड़ डकार रहे।
लोभ बढ़ाकर पाप करें, कितना वह पैर पसार रहे।।
जीवन में अँधियार भरे, कुल का नित मान उतार रहे।
भूल गए असली धन को, कब सत्य प्रताप विचार रहे?
अनिता सुधीर आख्या
Tuesday, August 15, 2023
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
गीत
***
माटी मेरे देश की,है मेरा अभिमान।
अनेकता में एकता ,भारत की पहचान।।
स्वर्ण मुकुट हिमगिरि सजे,सागर पैर पखार।
मानचित्र अभिमान को,व्याघ्र सरिस व्यवहार।
संविधान इस देश का ,देता सम अधिकार ।
देश एक, ध्वज एक हो,मौलिकता हो सार ।।
संस्कृति उत्तम देश की,इस पर हैअभिमान।।
अनेकता में एकता ,भारत की पहचान।।
सर्व धर्म सद्भाव हो ,करिये यही विचार।
भारत के निर्माण में ,रहे एकता सार ।।
मातृभूमि रज भाल पर ,वंदन बारम्बार,
लिये तिरंगा हाथ में,करते जय जयकार।
जयभारत जयहिंद का,सब मिल करिये गान ,
अनेकता में एकता ,भारत की पहचान।।
श्वेत शांति अरु केसरी,बलिदानी का रूप।
रंग हरा संपन्नता,भारतवासी भूप।।
रखिये इसको ध्यान में,खादी वस्त्र विचार।
देशी को अपनाइये,शुद्ध रहे आचार।।
स्वच्छता अभियान हो ,जन जन की पहचान ।
अनेकता में एकता ,भारत की पहचान।।
देशप्रेम कर्तव्य हो ,देशभक्ति ही नेह।
पंचतत्व में लीन हों,ओढ़ तिरंगा देह।।
अपने हित को साधिये,सदा देश उपरांत ।
देशप्रेम अनमोल है ,अडिग रहे सिद्धान्त।।
मातृभूमि अभिमान है,अमर तिरंगा शान ।
अनेकता में एकता ,भारत की पहचान।।
अनिता सुधीर आख्या
Monday, August 14, 2023
विभाजन
Friday, August 11, 2023
Sunday, August 6, 2023
मित्रता दिवस की शुभकामनाएं
Saturday, August 5, 2023
ग़ज़ल
एक प्रयास
कब सफर पूरा हुआ है ज़िंदगी का हार कर ।
मंजिलों की शर्त है बस मुश्किलों को पार कर।।
साथ मिलता जब गमों का वो मज़ा कुछ और है
कर सुगम अब राह उनसे हाथ तो दो चार कर ।।
मुश्किलों के दौर में बस हार कर मत बैठना
आसमां को नाप लेंगे आज ये इकरार कर ।।
वक़्त की इन आँधियों में क्या बिखरना है सही
दीप जलता ही रहेगा तू हवा पर वार कर।।
आशियाने आरजू के ही वहीं पर टूटते ।
हर किसी पर बेवजह ही क्यों सदा एतबार कर।।
ख्वाहिशों के आसमां में अब सितारे टाँक दे
ओढ़ चूनर चाँदनी की जिंदगी उजियार कर ।।
अनिता सुधीर आख्या