सुखद भोर है भारत में
शिक्षा में बदलाव लिए
पूर्ण प्रतीक्षा वर्षों की
नीति नहीं भटकाव लिए।।
मूल भूत सिद्धांत रहा
निज भाषा से ज्ञान बढ़े
सम्प्रेषण आसान रहे
रटना क्यों सम्मान गढ़े
भाषा विकसित उन्नत हो
संस्कृति का प्रस्ताव लिए
सुखद भोर है भारत में
शिक्षा में बदलाव लिए
पूर्ण प्रतीक्षा ..
कक्षा छह में जाते ही
अधुना शिक्षण ज्ञान मिले
लक्ष्य आत्मनिर्भरता है
रोजगार अभियान मिले
शिक्षा में व्यवधान न हो
यही अनोखा भाव लिये
सुखद भोर है भारत में
शिक्षा में बदलाव लिए
पूर्ण प्रतीक्षा..
बड़े लाभ का नियम बना
मानविकी विज्ञान पढ़े
नींव बने मजबूत तभी
साथ-साथ जब सभी बढ़े
कार्य चुनौती पूर्ण बड़ा
नहीं रहे बिखराव लिए
सुखद भोर है भारत में
शिक्षा में बदलाव लिए
पूर्ण प्रतीक्षा ..
अनिता सुधीर आख्या