काव्य कूची
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Saturday, March 8, 2025
महिला दिवस
Wednesday, February 26, 2025
शिव विवाह
शिव विवाह
त्रिनेत्र सुशोभित चंद्र ललाट, त्रिशूल लिए कर साज चलें हैं।
विचित्र लगे शिव कंठ भुजंग,बरात पिशाच समाज चले हैं।।
विभूति लगे तन मुंड कपाल,मृदंग लिए सब बाज चले हैं।
विराज रहे तब देव सुजान, विमान सजा अधिराज चलें हैं।।
Sunday, February 16, 2025
प्रेम
Tuesday, January 21, 2025
महाकुंभ
Friday, January 10, 2025
विश्व हिंदी दिवस
Thursday, January 2, 2025
पूस की रात
*पूस की रात*
ओस भर कर दूब बैठी
धूप का कब हो सबेरा
शीत रातों को डराए
हड्डियां भी काँपतीं हैं
अब सड़क देखे व्यथा से
आस कंबल ढाँपतीं हैं
ओढ़ता चादर तिमिरमय
साँझ का मध्यम अँधेरा।।
आग उपलों को तरसती
नीति सरकारी रही है
योजना के छिद्र कहते
चाय त्योहारी रही है
अल्पना के रंग सूखे
रैन का कब हो बसेरा ।।
श्वान चौराहे पड़ा है
चाहता वो ताप थोड़ा
जब मनुजता दुरदुराती
आग ने कब साथ छोड़ा
पूस की जो रात ठंडी
घाव टोपी का उधेरा।।
अनिता सुधीर आख्या
Wednesday, January 1, 2025
महिला दिवस
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं घुड़कियाँ घर के पुरुष की तर्क लड़ते गोष्ठियों में क्यों सदी रो कर गुजारी अब सभा चर्चा करे यह क्यों पुरु...
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राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं दर्शन चिंतन राम का,हो जीवन आधार। आत्मसात कर मर्म को,मर्यादा ही सार।। बसी राम की उर में मूरत मन अम्बर कुछ ड...
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं एक दीप उम्मीद का,जले सदा दिन रात। मिले हौसला जीत का,यह अनुपम सौगात।। एक दीप संकल्प का,आज जलाएँ आप। तिमिर हृदय...
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माँ का आत्ममंथन मंथन चिंतन माता करती, होम किया जीवन जिसने खाद लाड़ की अधिक पड़ी क्या या आँखों पर थी पट्टी पल निद्रा अभिशाप बनी है सोच जलाती उर...