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विश्व पृथ्वी दिवस
सहकर सबके पाप को,पृथ्वी आज उदास। देती वह चेतावनी,पारा चढ़े पचास।। अपने हित को साधते,वक्ष धरा का चीर। पले बढ़े जिस गोद में,उसको देते पीर।। दू...
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माँ का आत्ममंथन मंथन चिंतन माता करती, होम किया जीवन जिसने खाद लाड़ की अधिक पड़ी क्या या आँखों पर थी पट्टी पल निद्रा अभिशाप बनी है सोच जलाती उर...
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं एक दीप उम्मीद का,जले सदा दिन रात। मिले हौसला जीत का,यह अनुपम सौगात।। एक दीप संकल्प का,आज जलाएँ आप। तिमिर हृदय...
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शरद पूर्णिमा की बधाई सुख वैभव आरोग्य को,ले आते त्योहार। धर्म कर्म की श्रेष्ठता,पाए नित विस्तार।। शुभ तिथि अश्विन मास की,लाती शुभ...
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