तितली के रंगीन परों सी जीवन में सारे रंग भरे चंचलता उसकी आँखों में चपलता उसकी बातों मे थिरक थिरक क
Thursday, December 19, 2024
संसद
Thursday, December 5, 2024
पीर का आतिथ्य
Tuesday, November 26, 2024
Monday, November 25, 2024
सफ़र
Thursday, November 21, 2024
विज्ञान
Friday, November 15, 2024
देव दीपावली
Wednesday, October 30, 2024
दीप
Sunday, October 20, 2024
बाल मन
Wednesday, October 16, 2024
शरद पूर्णिमा
Wednesday, October 9, 2024
माँ
Tuesday, October 8, 2024
मनहर
Monday, October 7, 2024
स्कंद माता
स्कन्द माता के चरणों में पुष्प
पंचम तिथि माँ स्कंद का,पूजन नियम विधान है।
भक्तों का उद्धार कर , करतीं कष्ट निदान हैं।।
तारकसुर ब्रह्मा जपे, माँग लिए वरदान में।
अजर अमर जीवित रहूँ, मृत्यु न रहे विधान में।।
संभव ये होता नहीं,जन्म मरण तय जानिए।
शिव सुत हाथों मोक्ष हो,मिले मूढ़ को दान ये।।
मूर्ति वात्सल्य की सजे,कार्तिकेय प्रभु गोद में।
संतति के कल्याण में, जीवन फिर आमोद में।।
सिंह सवारी मातु की, चतुर्भुजी की भव्यता।
शुभ्र वर्ण पद्मासना, परम शांति की दिव्यता।।
जीवन के संग्राम में,सेनापति खुद आप हैं।
मातु सिखाती सीख ये, बुरे कर्म से पाप हैं।।
ध्यान वृत्ति एकाग्र कर,शुद्ध चेतना रूप से।
पाएं पुष्कल पुण्य को, पार लगे भवकूप से।।
अनिता सुधीर आख्या
Sunday, October 6, 2024
मां कूष्मांडा
कुष्माण्डा
माँ कुष्मांडा पूजते ,चौथे दिन नवरात्रि के।
वंदन बारम्बार है,चरणों में बल दात्रि के।।
अंधकार चहुँ ओर था,रूप लिया कुष्माण्ड का ।
ऊष्मा के फिर अंश से,सृजन किया ब्रह्मांड का।
अष्ट भुजी देवी लिए,माला निधि की हाथ में।
अमृत कलश की सिद्धियाँ,सदा सहायक क्वाथ में।।
ओज तेजमय पुंज का,सूर्य लोक में धाम है ।
सकल जगत की स्वामिनी,शत शत तुम्हें प्रणाम है।।
शक्ति मिले संकल्प की,चक्र अनाहत ध्यान से।
रहे प्रकाशित दस दिशा,यश समृद्धि सम्मान से।।
अनिता सुधीर आख्या
Saturday, October 5, 2024
मां चंद्र घंटा
माँ चंद्र घण्टा के चरणों में पुष्प
नवरातों त्योहार में,दिवस तीसरा ख़ास है ।
चंद्र घंट को पूज के ,लगी मोक्ष की आस है।।
सौम्य रूप में शाम्भवी,माँ दुर्गा अवतार हैं।
घण्टा शोभित शीश पर ,अर्ध चंद्र आकार है ।।
सिंह सवारी मातु की,अस्त्र शस्त्र दस हाथ में।
दर्श अलौकिक जानिए ,दिव्य शक्तियाँ साथ में।।
अग्नि तत्व मणिपुर सधे,योग साधना तंत्र में।
साधक मन को साधते,सप्त शती के मंत्र में।।
ध्वनि घंटे की शुभ रही,करें जोर से नाद सब।
दूर प्रेत बाधा करे,दूर करे अवसाद सब।।
कीर्ति मान सम्मान हो,साधक के घर द्वार में।
रक्षा करने धर्म की,माँ आयीं संसार में।।
अनिता सुधीर आख्या
Friday, October 4, 2024
मॉं ब्रह्मचारिणी
Tuesday, October 1, 2024
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस
Sunday, September 29, 2024
जाना क्या कंगाल है
Thursday, September 26, 2024
नदी की रेत प्यासी
Wednesday, September 25, 2024
जितिया व्रत
Friday, September 20, 2024
अपराधी कौन
लघु कथा
अपराधी कौन ?
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शिशिर को परेशान देखकर अजय ने पूछा _क्या बात हो गयी भाई!
यार अखबार पढ़ कर मन खराब हो जाता है।देखो न भ्रष्टाचार में भारत कितने ऊँचे पायदान पर है।
अखबार दिखाते हुए बोला।
अजय...अरे भाई शांत हो जाओ।समाधान तो हम सब को मिल कर निकालना है।
शिशिर .. मेरे बचत पत्र की अवधि पूरी हो गयी है ,वो लेने जाना है, चल यार मेरे साथ ,बातें भी होती रहेंगी।
ये काम आज नही हो सकता ,आप कल आइयेगा
कहते हुए कर्मचारी ने शिशिर की ओर देखा ।
शिशिर ..कुछ चाय पानी के लिये ले लो, पर मेरा काम जरा जल्दी करा दो।
अजय शिशिर को देख रहा था ।