स्पर्श / सिहरन
हाइकु
प्रथम स्पर्श
तन मे सिहरन
प्रेमानुभूति
नाजुक स्पर्श
नवजात बेटी का
हर्षित मन
हृदय स्पर्शी
बेटी भ्रूण कूड़े में
दुर्गा उत्सव
तन कम्पन
शीत लहर स्पर्श
लाचार वृद्ध
चीखों का स्पर्श
व्यथित होता मन
वेदना तन।।
राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं दर्शन चिंतन राम का,हो जीवन आधार। आत्मसात कर मर्म को,मर्यादा ही सार।। बसी राम की उर में मूरत मन अम्बर कुछ ड...
No comments:
Post a Comment