लुप्त चौपालें हुईं अब
गाँव ढूँढ़े नव ठिकाना
रात गाँवों की सुहानी
खाट से दिखते सितारे
सप्त मंडल ढूँढना था
जुगनुओं के फिर सहारे
पुस्तकें तब कैद रहतीं
आम इमली था चुराना।।
खेत की माटी लपेटे
खेलता फिर बचपना था
ब्याह गुड़िया का कराना
एक गुड्डा अनबना था
आज मुखड़ा ढूँढता है
गीत अपना ही पुराना
कल्पना झूले गगन तक
चाँद पहने जब मँझोला
ठूँठ हैं अब नीम यादें
झूलता था मन हिँडोला
प्रेम के संबंध गुमसुम
ढूँढता फिर से तराना।।
अनिता सुधीर आख्या
प
बचपन की गलियों की सैर बड़ी भली लगती है । सुंदर प्रस्तुति ।
ReplyDeleteजी सही कहा
Deleteहार्दिक आभार
बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteआपकी लिखी कोई रचना सोमवार 5 अप्रैल 2021 को साझा की गई है ,
ReplyDeleteपांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
मेरी रचना को स्थान देने के लिये हार्दिक आभार
Deleteबहुत सुन्दर् और सशक्त रचना।
ReplyDeleteजी हार्दिक आभार
Deleteखेत की माटी लपेटे
ReplyDeleteखेलता फिर बचपना था
ब्याह गुड़िया का कराना
एक गुड्डा अनबना था
आज मुखड़ा ढूँढता है
गीत अपना ही पुराना
बहुत खूब। बचपन की याद दिलाती सलोनी सी रचना।
आप की स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार
Deleteबहुत सुंदर सरल और सहज प्रवाहित सृजन।
ReplyDeleteसादर।
आप की स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार
Delete
ReplyDeleteरात गाँवों की सुहानी
खाट से दिखते सितारे
सप्त मंडल ढूँढना था
जुगनुओं के फिर सहारे
पुस्तकें तब कैद रहतीं
आम इमली था चुराना।।
खेत की माटी लपेटे
खेलता फिर बचपना था
ब्याह गुड़िया का कराना
एक गुड्डा अनबना था
आज मुखड़ा ढूँढता है
गीत अपना ही पुराना
कल्पना झूले गगन तक
चाँद पहने जब मँझोला
ठूँठ हैं अब नीम यादें
झूलता था मन हिँडोला
प्रेम के संबंध गुमसुम
ढूँढता फिर से तराना।।..अनीता जी आपकी पूरी रचना बिलकुल मन के करीब लगी,इस सुंदर और हकीकत से परिपूर्ण रचना के लिए आपको बधाई ।
आप की स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार
Deleteवाह शानदार रचना
ReplyDeleteआप की स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार
Deleteकल्पना झूले गगन तक
ReplyDeleteचाँद पहने जब मँझोला
ठूँठ हैं अब नीम यादें
झूलता था मन हिँडोला
प्रेम के संबंध गुमसुम
ढूँढता फिर से तराना।।
यादों के आंगन में जीवन के सुनहरे पल ढूंढती रचना। बधाई और शुभकामनाएं अनीता जी🙏🙏
आप की स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार
Deleteसमय की नब्ज टटोलता
ReplyDeleteबहुत सुदर गीत
बधाई
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आभार