रामधारी सिंह दिनकर की पुण्य तिथि पर
कुंडलिया
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धारी दिनकर सिंह का, लेखन कार्य महान।
अलख क्रांति की नित जगा, रखा देश का मान।।
रखा देश का मान, खरी खोटी थे कहते।
रहे सदा निर्भीक, झूठ को कभी न सहते ।।
ओत-प्रोत रस वीर, लिखा था हाहाकारी
ज्ञानपीठ सम्मान,' राम'थे दिनकर धारी।।
अनिता सुधीर
शत-शत नमन🙏🙏🙏
ReplyDelete💐💐💐
Deleteअति सुंदर एवं सटीक 💐💐🙏🏼🙏🏼
ReplyDeleteबहुत सुंदर
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