Saturday, January 11, 2020
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प्रभु श्री राम का कोदंड धनुष
कोदंड धनुष विधि लेखा का नेक कार्य ले, रघुवर वन को आए थे मर्यादा ने मर्यादा रख, अद्भुत अस्त्र उठाए थे धन्य-धन्य वह बाँस युगों तक, जिससे कोदंड...
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माँ का आत्ममंथन मंथन चिंतन माता करती, होम किया जीवन जिसने खाद लाड़ की अधिक पड़ी क्या या आँखों पर थी पट्टी पल निद्रा अभिशाप बनी है सोच जलाती उर...
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सहकर सबके पाप को,पृथ्वी आज उदास। देती वह चेतावनी,पारा चढ़े पचास।। अपने हित को साधते,वक्ष धरा का चीर। पले बढ़े जिस गोद में,उसको देते पीर।। दू...
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं एक दीप उम्मीद का,जले सदा दिन रात। मिले हौसला जीत का,यह अनुपम सौगात।। एक दीप संकल्प का,आज जलाएँ आप। तिमिर हृदय...
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