Sunday, January 5, 2020

दोहा छन्द गीतिका
नैतिक शिक्षा

कच्ची मिट्टी के घड़े,सोच समझ कर ढाल,
उत्तम बचपन जो गढ़े,नैतिक होगा काल।

रहे गणित विज्ञान सँग,नैतिक शिक्षा पाठ,
मूल तत्व को जानिये,चलिये उत्तम चाल ।

उन्नत जीवन का रहे , नैतिकता आधार ,
नैतिक मूल्यों से मिटे ,गद्दारी का जाल ।।

नैतिकता मन में रखें ,करें नारि सम्मान ,
विकृत मानसिक जन रहें ,ज्यों लग्घड़ की खाल ।

महापुरुष की जीवनी ,मन में भरती जोश,
नैतिकता की सीख दें,भारत माँ के लाल ।

कीमत इसकी जानिये ,नैतिकता अनमोल,
अंक विषय का जोड़िये ,करें इसे तत्काल।

देशप्रेम ज्वाला जले ,श्रेष्ठ नागरिक भाव ,
हवन कुंड की अग्नि बन ,जीवन समिधा डाल ।


अनिता सुधीर

5 comments:

  1. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (06-01-2020) को 'मौत महज समाचार नहीं हो सकती' (चर्चा अंक 3572) पर भी होगी।

    आप भी सादर आमंत्रित हैं…
    *****
    रवीन्द्र सिंह यादव

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  2. जी सादर अभिवादन

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  3. बेहतरीन नैतिक शिक्षा का ज्ञान अनमोल है
    नैतिक मूल्यों से मिटे गद्दारी के जाल ....आज के युग जहां नैतिकता शिक्षा के मूल्यों को दर्शाती सुन्दर प्रस्तुति

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  4. बहुत सुंदर दोहे

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