Friday, April 10, 2020

दीप


दोहावली
**
दीप जलाओ प्रेम का,लड़ना भीषण युद्ध ।
ऊर्जा का संचार हो ,अंतस होगा शुद्ध ।।
**
मानवता के दीप को,शत शत करें प्रणाम।
विकट काल में वीर ये,करते उत्तम काम ।।
**
अंतस की बाती बना,तेल समर्पण डाल ।
दीपक बन कर हम जलें,उत्तम होगा काल।।
**
दीप जला कर ज्ञान का,करें तमस का नाश।
ध्वजवाहक अब आप हो,फैले सत्य प्रकाश।।
***
विकट काल है विश्व में,भारत जगमग देश ।
जले दीप से दीप जो,बना नया परिवेश ।।

अनिता सुधीर





6 comments:

  1. दीप जला कर ज्ञान का,करें तमस का नाश।
    ध्वजवाहक अब आप हो,फैले सत्य प्रकाश।।
    उत्कृष्ट भावाभिव्यक्ति .

    ReplyDelete

चुनावी जंग

कुंडलियां गिरगिट को भी मात दे,नेताओं के रंग। चकित भ्रमित जनता खड़ी,देख चुनावी जंग।। देख चुनावी जंग,झूठ का लगता मेला । सुन कर कड़...