पंक मध्य अब कमल नहिं,साफ हुआ अब हाथ
मुफ्त नीर विद्युत चला ,लेकर सबको साथ ।
मुफ्त नीर विद्युत चला ,लेकर सबको साथ ।
माता कालरात्रि *** कालरात्रि की अर्चना,सप्तम तिथि को कीजिए। काल विनाशक कालिका,शुभंकरी को पूजिए।। रक्त बीज संहार जब,जन्म हजारों रक्त का। दान...
सबको मुफ़्त का माल चाहिए बस....
ReplyDeleteजी सत्य कथन
Deleteजिसे ये मुफ्त का देकर अहसान जताते हैं ,वो तो एक नागरिक के अधिकार हैं