छठ के पावन पर्व की शुभकामना
पूजा बिहार की मनभावन।
छठ व्रत सुहाग का अति पावन।।
माँ कुटुंब का मंगल करिये।
अखण्ड सुख से झोली भरिये।।
हमारे त्यौहारों और रीति रिवाजों में एक सार्थक संदेश है आवश्यकता है इसके मूल भाव को समझने की
जीवनदायिनी नदी को पूजने का संदेश
धर्म ही नहीं ,
जड़ों से जुड़ने का संदेश
उगते और डूबते सूरज को अर्घ्य दे
सांस्कृतिक विरासत,समानता का संदेश
देते है ,
ये रीति रिवाज और त्यौहार विशेष
अति सुंदर एवं सार्थक सृजन 💐🙏🏼
ReplyDeleteजी धन्यवाद
Deleteबहुत ही सुंदर जय हो छठ मैया🙏🙏🙏
ReplyDeleteहार्दिक आभार पूनम जी
Deleteसच हमारे त्यौहार और रीति रिवाज हमारी संस्कृति की धरोहर हैं
ReplyDeleteधन्यवाद
Delete🙏🙏🙏छठ की शुभकामनाएं
ReplyDeleteधन्यवाद गुंजित
Deleteसुंदर
ReplyDeleteधन्यवाद आ0
Deleteसुंदर भाव, सटीक अभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर कविता जो सामयिक भी है तथा नवीन शैली में होकर भी छंदबद्ध एवं गेय है।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आ0
Deleteआपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (10-11-2021) को चर्चा मंच "छठी मइया-कुटुंब का मंगल करिये" (चर्चा अंक-4244) पर भी होगी!
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
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छठी मइया पर्व कीहार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हार्दिक आभार आ0
Deleteसुंदर सृजन.. सही कहा हमें संदेश को समझने की जरूरत है...
ReplyDeleteहार्दिक आभार आ0
Deleteसुंदर सृजन
ReplyDeleteजी हार्दिक आभार
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