Friday, August 15, 2025
आओ कान्हा ..लिए तिरंगा हाथ
Wednesday, July 30, 2025
मुक्तक
मुक्तक
ग़मों को उठा कर चला कारवां है।
बनी जिंदगी फिर धुआं ही धुआं है।।
जहां में मुसाफ़िर रहे चार दिन के
दिया क्यों बशर ने सदा इम्तिहां है।।
अनिता सुधीर आख्या
Thursday, July 10, 2025
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
कब मार्ग मिला दिशि हीन चली,उर भाव पड़े जब शुष्क विविक्त।
मति मूढ़ लिए भटकी जग में,भ्रम जीवन को करता फिर तिक्त।।
मन अस्थिर के रथवान बने,गुरु खींच रहे जब से उर रिक्त।
चित धीर रखा सम भाव जगा,नित ईष्ट करें यह जीवन सिक्त।।
अनिता सुधीर आख्या
Saturday, July 5, 2025
तुम्हारी आंखों में
Friday, July 4, 2025
साइबर अपराध
Tuesday, April 22, 2025
विश्व पृथ्वी दिवस
Saturday, March 8, 2025
महिला दिवस
Wednesday, February 26, 2025
शिव विवाह
शिव विवाह
त्रिनेत्र सुशोभित चंद्र ललाट, त्रिशूल लिए कर साज चलें हैं।
विचित्र लगे शिव कंठ भुजंग,बरात पिशाच समाज चले हैं।।
विभूति लगे तन मुंड कपाल,मृदंग लिए सब बाज चले हैं।
विराज रहे तब देव सुजान, विमान सजा अधिराज चलें हैं।।
Sunday, February 16, 2025
प्रेम
Tuesday, January 21, 2025
महाकुंभ
Friday, January 10, 2025
विश्व हिंदी दिवस
Thursday, January 2, 2025
पूस की रात
*पूस की रात*
ओस भर कर दूब बैठी
धूप का कब हो सबेरा
शीत रातों को डराए
हड्डियां भी काँपतीं हैं
अब सड़क देखे व्यथा से
आस कंबल ढाँपतीं हैं
ओढ़ता चादर तिमिरमय
साँझ का मध्यम अँधेरा।।
आग उपलों को तरसती
नीति सरकारी रही है
योजना के छिद्र कहते
चाय त्योहारी रही है
अल्पना के रंग सूखे
रैन का कब हो बसेरा ।।
श्वान चौराहे पड़ा है
चाहता वो ताप थोड़ा
जब मनुजता दुरदुराती
आग ने कब साथ छोड़ा
पूस की जो रात ठंडी
घाव टोपी का उधेरा।।
अनिता सुधीर आख्या
Wednesday, January 1, 2025
आओ कान्हा ..लिए तिरंगा हाथ
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं गीत कहां छुपे तुम बैठ गए हो,हे गोकुल के नाथ। आन विराजो सबके उर में,लिए तिरंगा हाथ।। ग्वाल बाल के अंतस में दो,द...
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माँ का आत्ममंथन मंथन चिंतन माता करती, होम किया जीवन जिसने खाद लाड़ की अधिक पड़ी क्या या आँखों पर थी पट्टी पल निद्रा अभिशाप बनी है सोच जलाती उर...
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सहकर सबके पाप को,पृथ्वी आज उदास। देती वह चेतावनी,पारा चढ़े पचास।। अपने हित को साधते,वक्ष धरा का चीर। पले बढ़े जिस गोद में,उसको देते पीर।। दू...
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं एक दीप उम्मीद का,जले सदा दिन रात। मिले हौसला जीत का,यह अनुपम सौगात।। एक दीप संकल्प का,आज जलाएँ आप। तिमिर हृदय...