विश्व रंगमंच दिवस
जग के नाटक मंच का,प्रहसन लिखता कौन।
कर्मों का फल झेलता,अभिनय कर्ता मौन।।
अनिता सुधीर आख्या
विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई विश्व में हिंदी का,नित्य बढ़ता हो सम्मान जब सजाएँ ज्ञानी,मुस्कुराया हिंदी काल। है विधा ने ओढ़ी,चूनरी जो धान...
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