Tuesday, February 14, 2023

पुलवामा

घात लगाकर दे गए,आतंकी आघात।
चार वर्ष अब बीतते,ह्रदय व्यथित दिन रात।।

ओढ़ तिरंगा सो गए,पुलवामा के वीर।
दृग नम उनकी याद में, द्रवित करे यह बात।।

व्यर्थ न होगा साथियों,ये अनमिट बलिदान।
वादा करते हम सभी  ,अरि को देंगे मात ।।

कोटि-कोटि उनको नमन,जिनके तुम हो लाल।
अर्पित श्रद्धा के सुमन, तुमसे नवल प्रभात।।

परिभाषित कर प्रेम को,गाथा लिखी महान ।
प्रेम-दिवस अब है अमर, तुमसे ही विख्यात ।।

अनिता सुधीर आख्या

No comments:

Post a Comment

विश्व पृथ्वी दिवस

सहकर सबके पाप को,पृथ्वी आज उदास। देती वह चेतावनी,पारा चढ़े पचास।। अपने हित को साधते,वक्ष धरा का चीर। पले बढ़े जिस गोद में,उसको देते पीर।। दू...