Sunday, January 29, 2023

रामचरित मानस

राम चरित मानस

दुर्मिल सवैया छंद  
आठ सगणों (।।ऽ) 
 
**।।१।।
अति लोक लुभावन मानस है,प्रभु राम चरित्र रचे तुलसी।
वह घाट बनारस पावन है,गुणगान सचित्र रचे तुलसी।।
जब मार्ग दिखा हनुमान चले,शुभ ग्रंथ पवित्र रचे तुलसी।
पट द्वार खुले जब मंदिर के,हिय शंकर मित्र कहे तुलसी।।

**।।२।।

तुलसी कृत पावन *मानस* में, जनमानस नायक राम लला।
अवतार लिए हरि विष्णु प्रभो,सरयू सुखदायक राम लला।।
रघुनंदन नाथ सियापति जी,रघुवंश सहायक राम लला।।
जगपालक कोटि प्रणाम तुम्हें,भव कष्ट विनाशक राम लला।।

अनिता सुधीर आख्या

No comments:

Post a Comment

विश्व पृथ्वी दिवस

सहकर सबके पाप को,पृथ्वी आज उदास। देती वह चेतावनी,पारा चढ़े पचास।। अपने हित को साधते,वक्ष धरा का चीर। पले बढ़े जिस गोद में,उसको देते पीर।। दू...